सिरसा। प्रदेशभर के बिजली कर्मी आगामी 22 फरवरी को राज्यव्ययापी हड़ताल पर रहेंगे। इससे पहले 14 फरवरी को हिसार में कंपनी के प्रबंध निदेशक के कार्यालय पर दो घंटे का सांकेतिक धरना दिया जाएगा। उपरोक्त जानकारी दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम सिरसा के प्रांगण में कर्मचारियों के धरने को संबोधित करते हुए दी। हरियाणा कर्मचारी महासंघ के सर्किल सचिव सतिन्दर मोंगा ने दी। विरोध प्रदर्शन में मंच का संचालन सिटी यूनिट सचिव सुरेश मंगल व सब अर्बन सचिव श्याम लाल खोड ने किया।
प्रदर्शन में विशेष रूप से पहुंचे राज्य कानूनी सलाहकार विकास ठाकुर ने कहा कि सरकार के खिलाफ होने वाली प्रदेशव्यापी हड़ताल में बिजली कर्मचारी हजारों की संख्या में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार यदि कर्मचारी विरोधी कानूनों का वापस नहीं लेती तो हड़ताल को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। सरकार ऐसे कानून लागू कर रही है, जिससे आम नागरिकों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों में कर्मचारियों की कमी होने पर भी राईट टू सर्विस लागू किया है, जोकि गलत है।
उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि ऑनलाईन ट्रांस्फर पॉलिसी को रद्द किया जाए, एक्सगे्रसिया पॉलिसी को पूरानी तर्ज पर लागू किया जाए।
सिटी यूनिट प्रधान एवं हरियाणा कर्मचारी महासंघ के जिला सचिव देवीलाल बिरड़ा ने धरनारत्त कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर गंभीर नहीं है, जिसमें पुरानी पैंशन लागू करवाए, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, मैडिकल कैश-लैस लागू करना, निजीकरण को बंद करने, खाली पड़े पदों पर भर्ती करना शामिल हैं।